ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन (AIJMF)

ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन (AIJMF) के नाम से राष्ट्रीय शिखर संस्था के रूप में पंजीकृत यह संस्था ‘जैन’ समाज की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक, संस्थाओं के सहयोग से अपने कार्य को गतिमान बनाने जा रही है। जैन समाजको अल्पसंख्याक दर्जा मिलने से जैन समाजका नया पर्व शुरू हो गया है और हमैं आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि जैन समाजजो पहले से ही सक्षम था वो अब और अधिक सक्षम बनकर देश की उन्नति मैं अपना योगदान देगा। अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने से जैन समाजजो लाखों वर्षों से एक स्वतंत्र धर्म है उसको मान्यता प्राप्त हो गयी है और इससे जैन समाज अत्यधिक आनंदित है।

Image

ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन (AIJMF)

ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन (AIJMF) के नाम से राष्ट्रीय शिखर संस्था के रूप में पंजीकृत यह संस्था ‘जैन’ समाज की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक, संस्थाओं के सहयोग से अपने कार्य को गतिमान बनाने जा रही है। जैन समाजको अल्पसंख्याक दर्जा मिलने से जैन समाजका नया पर्व शुरू हो गया है और हमैं आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि जैन समाजजो पहले से ही सक्षम था वो अब और अधिक सक्षम बनकर देश की उन्नति मैं अपना योगदान देगा। अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने से जैन समाजजो लाखों वर्षों से एक स्वतंत्र धर्म है उसको मान्यता प्राप्त हो गयी है और इससे जैन समाज अत्यधिक आनंदित है।

Image

ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन (AIJMF)

ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन (AIJMF) के नाम से राष्ट्रीय शिखर संस्था के रूप में पंजीकृत यह संस्था ‘जैन’ समाज की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक, संस्थाओं के सहयोग से अपने कार्य को गतिमान बनाने जा रही है। जैन समाजको अल्पसंख्याक दर्जा मिलने से जैन समाजका नया पर्व शुरू हो गया है और हमैं आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि जैन समाजजो पहले से ही सक्षम था वो अब और अधिक सक्षम बनकर देश की उन्नति मैं अपना योगदान देगा। अल्पसंख्याक का दर्जा मिलने से जैन समाजजो लाखों वर्षों से एक स्वतंत्र धर्म है उसको मान्यता प्राप्त हो गयी है और इससे जैन समाज अत्यधिक आनंदित है।

Image
shapeAbout Usimg

ऑल इंडिया जैन मायनोरीटी फेडरेशन

‘जैन समाज’ को राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्याक समाज का दर्जा प्राप्त होने से जैन समाज का हर एक घटक सक्षम होगा और जैन समाज का सर्वांगीण विकास होगा। लेकिन यह तभी सम्भव है जब अल्पसंख्यांक विषय पर जैन समाज मैं जागरूकता आयेगी और सरकार द्वारा घोषित योजनाओं की जानकारी समाज तक पहुँचेगी।

केंद्र सरकार की इस राजपत्रिय अधिसुचना से 'जैन' धर्म के स्वतंत्र अस्तित्व की पुष्टि के साथ-साथ जैन समाजको एवं जैन समाज के सभी धार्मिक संस्थान तथा शैक्षणिक संस्थानों को संविधान की धारा 25 से 30 तक मे वर्णित विशेषाधिकार एवं संरक्षण भी प्राप्त हुए है ।

सभी प्रमुख शहरों मैं जैन अल्पसंख्याक फेडरेशन के माध्यम से, अल्पसंख्याक दर्जा मिलने से जैन समाजको प्राप्त होने वाली सुविधाओं और योजनाओं की जानकारी देने हेतु विशेष कार्यालय की स्थापना की जायेगी। जहाँ समाजके लोगों को योजनाओं से अवगत कराया जायेगा, जिसके लिये विभिन्न किताबे एवं दरमहा मॅगेझीन प्रकाशित की जा रही है।

shapeBoard of Directorsshape

Our Committee Members

director

Mr.Lalit Gandhi

National President
director

Mr. Sandip Bhandari

National Secretory
Praveenji Tatiya

Praveenji Tatiya

National Vice President
director

Mr. Vipin Jain

National Vice President
director

Mr.Mahavir Gath

National Treasurer
shapeGalleryshape

News & Events